ओमजी मुंडेल का जीवन परिचय । Om ji Mundel Jivan parichay
आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं ओमजी मुंडेल के जीवन परिचय के बारे में, हम इस पोस्ट में आपको Om ji Mundel Jivani Biography, Family, Education, Career, Comedy की शुरूआत के बारे में Full information in Hindi
Om ji Mundel Biography । Omji mundel jivan Parichay
नाम डॉ ओमजी मुंडेल
जन्म 1991 डिगरना पाली
उपनाम गो भक्त ओमजी मुंडेल
उम्र 30
पिता श्री रूपाराम जी
पेशा संगीतकार
शिक्षा 12 पास
धर्म हिन्दू
नागरिकता भारतीय
पता ( Address ) डिगरना पाली
भजन गुरु श्री माधुराम जी बिलाड़ा
कुल गऊ दान 50 करोड़ अनुमानित
लक्ष्य 1 करोड़ सालाना गऊ दान मे
उपाधि गो रत्न
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ओमजी मुंडेल का जीवन परिचय
गौ माता के लिए अपने आपको पूरी तरीके से समर्पित कर देने वाले ओमजी मुंडेल आज संगीत की दुनिया में एक महान कलाकार तथा महान कॉमेडियन के रूप में काम कर रहे हैं इनके जीवन का एक ही लक्ष्य है कि गौ माता को राष्ट्रीय माता घोषित करवाना तथा हर साल एक करोड़ रुपये गायों के लिए दान देना।
ओमजी मुंडेल अपने भजनों के कारण राजस्थान में ही नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष में काफी ज्यादा प्रसिद्ध है यह अपने भजनों में भारत के वीर शहीद फौजी और गायों के बारे में बहुत ज्यादा गाते हैं और यह अपने रात्रि जागरण में होने वाली कमाई का पूरा हिस्सा गौ माता के लिए दान में दे देते हैं अब तक इन्होंने 24 करोड़ 87 लाख रुपए गायों के दान कर दिया है और इनका लक्ष्य 25 करोड़ रुपये दान करने का था जो कि जल्द ही पूरा होने वाला है इसके बाद यह भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के पास जाएंगे और गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करवाने के लिए अपील करेंगे।
ओमजी मुंडेल अपनी रात्रि जागरण में पुरानी कहावत और चुटकुले और कॉमेडी के माध्यम से लोगों के अंदर गौ माता के प्रति समर्पित होने के लिए जागृति का काम करते हैं यह जिस भी गांव या शहर में जाते हैं गौ माता के लिए दान पुण्य के लिए लोगों को अपील करते हैं।
ओमजी मुंडेल अपना संपूर्ण जीवन को गौ माता के लिए और देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है इन्होंने अपने जीवन में उन वीर शहीद फौजी भाइयों तथा दीन दुखी जनमानस और गायों के लिए अपने आप को पूरी तरीके से समर्पित कर दिया है।
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आज हमारे भारत देश में गायों की जो हालात है वह काफी चिंताजनक है और ओम जी मुंडेल जैसे लोगों का आभार है कि यह लोग हमारे देश में लोगों के मन में जागृति पैदा करने का काम कर रहे हैं प्राचीन समय से भारत में गाय को माता का दर्जा तक दिया गया है परंतु आज के समय में गायों को क़त्ल खानों में ले जाकर काट के इनके मास को विदेशों में बेच दिया जाता है जबकि हिंदू धर्म में यह सरासर गलत है फिर भी अब हमें इन परिस्थितियों पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि हम अपने गौमाता को बसा सके और हमें ओमजी मुंडेल जैसे लोगों का पूर्ण रुप से समर्थन भी करना चाहिए।
ओमजी मुंडेल जन्म, परिवार, माता-पिता, शिक्षा, विवाह, घर
ओमजी मुंडेल का जन्म पाली जिले के जैतारण तहसील में डिगरना गांव में 1991 को हुआ था इनके पिता का नाम श्री रूपा राम जी चौधरी है जो से पेशा से यह किसान है यह खेती बाड़ी का काम करते हैं इनके परिवार में तीन भाई और एक बहन है इनकी माता का देहांत बचपन में ही हो गया था इनका परिवार खेती का काम ही करता है और अपनी जिंदगी को चलाता है ओम जी मुंडेल की शिक्षा कक्षा 12th की हुई, इनके बाद इन्होंने पढ़ाई की तरफ ध्यान नहीं दिया वैसे तो यह देश की सेवा के लिए फौजी बनना चाहते थे परंतु किन्हीं कारणों और परिस्थितियों की वजह से यह फौजी नहीं बन पाए तो इन्होंने अपने जीवन को देश सेवा के लिए गौ माता के लिए समर्पित कर दिया।
ओमजी मुंडेल का घर पाली जिले के जैतारण तहसील में डिगरना गांव में है वैसे यह ज्यादातर जोधपुर में ही रहते हैं यहां इन्होंने अपनी एक गौ माता की सेवा ओर वीर शहीदो के लिए एक संगठन बना रखा है जिसका नाम अमर सेवा संगठन है, जिसके यह राष्ट्रीय अध्यक्ष है।
ओमजी मुंडेल कैरियर की शुरुआत
ओमजी मुंडेल के कैरियर की शुरुआत बचपन से ही मानी जाती है बचपन में ही इन्होंने गायन की कला में काफी ज्यादा रुचि देखी जाती थी और यह बचपन से ही भजन जागरण में जाकर उन का आनंद लिया करते थे यह देश सेवा के लिए हमेशा आगे आते थे इसीलिए इनका एक सपना भी था कि यह फौजी बने परंतु यह नहीं बन पाये तो इन्होंने देश सेवा के लिए गायन की दुनिया से मंच के द्वारा लोगों को देश सेवा के लिए प्रेरित किया।
ओमजी मुंडेल अपने भजन गायन के माध्यम से आगे बढ़े और काफी ज्यादा पॉपुलर भी हुई, जब इन के भजन सुनने में लोगों की लाखों की भीड़ आने लगी तो इन्होंने गौ माता के लिए अपने आप को पूर्ण रूप से समर्पित कर दिया और लोगों को गौ सेवा के लिए अपील करने लगे। यह अपने पेट के लिए भजन गायन का काम नहीं करते हैं बल्कि जो भी पैसा इनको रात्रि जागरण का भजन गायन में मिलता है वह सारा पैसा यह गौ दान में दे दिया करते हैं इन्होंने अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाया कि यह सालाना 10000000 रुपए का गौ दान के लिए भजन गाकर इकट्ठा करेंगे और गायों के लिए दान करेंगे, उन्होंने अपने जीवन में ₹250000000 इकट्ठा करके गो-दान के लिए लक्ष्य बनाया हुआ है जो अभी पूरा होने वाला है उन्होंने अब तक 24 करोड़ 87 लाख रुपए इकट्ठा कर दिए हैं और गोदान के लिए दे दिए हैं जो कि शायद अब तक का सबसे बड़ा गौ-दान होगा ।
इसके अलावा ओमजी मुंडेल उन वीर शहीदों के घर पर रात्रि जागरण का कार्यक्रम करते हैं और वहां पर भारत माता के लिए शहीद होने वाले जवानों के गुणगान करते हैं यह इन वीर शहीदों के घरों में बिल्कुल फ्री में जागरण आयोजित करते हैं।
ओमजी मुंडेल की उपलब्धिया
ओमजी मुंडेल अपने जीवन में कहीं सारी उपलब्धियां हासिल की है इन्होंने गौ सेवा के लिए अपने आप को पूर्ण रूप से समर्पित किया और गौ रतन की उपाधि हासिल की।
ओमजी मुंडेल को तमिलनाडु सरकार द्वारा डॉक्टर की उपाधि से भी नवाजा गया, इन्होंने अपने जीवन को पूर्ण रूप से राष्ट्र को समर्पित कर रखा है यह जहां कहीं पर भी जाते हैं उन वीर शहीदों के गुणगान जरूर करते हैं जो देश की सेवा करते करते वीरगति को प्राप्त हो गए हैं।
ओमजी मुंडेल आज भारत में हो रहे गायों के कत्ल के बारे में भी काफी चिंतित रहते हैं और गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करवाने के पूरे प्रयास कर रहे हैं उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे लक्ष्य बनाएं जिन्हें पूरे कर दिए हैं और आगे भी इसी तरीके के लक्ष्य इन्होंने अपने जीवन में बना है।
ओमजी मुंडेल ने अपने जीवन में देश की सेवा के लिए हमेशा आगे आए, इन्होंने गौ-दान के लिए 25 करोड़ का जो टारगेट लक्ष्य बनाया उसे पूरा करके दिखाया और शायद देश में सबसे बड़ा गो-दान ₹250000000 ओमजी मुंडेल के द्वारा दिया गया है उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल की और भजन के सत्र में तो इन्हें एक महान संगीतकार, महान कॉमेडियन और हमारी संस्कृति को पुनर्जीवित करने का श्रेय दिया जा सकता है।
ओमजी मुंडेल के जीवन के लक्ष्य
हर किसी के जीवन में उनके कुछ सपने होते हैं जो वह कहीं ना कहीं पूरे करते हैं इसी तरीके से ओमजी मुंडेल के जीवन में कुछ ऐसे सपने देखे हैं जिनको यह पूरा कर रहे हैं यह देश की सेवा के लिए एक फौजी बनना चाहते थे परंतु नहीं बन पाए तो इन्होंने अपने आप को देश की सेवा के लिए पूर्ण रूप से समर्पित करते हुए लोगों के जीवन में जनजागृति का काम किया।
ओमजी मुंडेल की हर 1 साल में गौ-दान का लक्ष्य एक करोड रुपए दान करने का है जिसे ये लगातार पूर्ण करते आ रहे हैं।
इन्होंने अपने जीवन में ₹250000000 गोदान के लिए लक्ष्य बनाया, जिसे इन्होंने पूरा हाल ही में यह करने वाले हैं।
ओमजी मुंडेल गाय माता को राष्ट्रीय माता घोषित करवाना चाहते हैं इसके लिए यह एक आगामी समय में 7 नवंबर 2021 को एक बहुत बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं जिसमें यह गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करवाने की प्रयास करेंगे।
ओमजी मुंडेल पूर्ण रूप से गौ माता और राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित एक महान नायक के रूप में सामने आ रहे हैं और यह अपने गायन कला से लोगों के मन में जाकर देश के प्रति समर्पित होने की भाव जगा रहे हैं।
ओमजी मुंडेल एक महान गौ-सेवक और राष्ट्रभक्त है जो पूर्ण रूप से देश के लिए समर्पित है यह गौ माता के लिए और अपने राष्ट्र के लिए अपनी जान तक निछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
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